why omar abdulla lost.
Why Omar Abdullah is rethinking stand against contesting J&K Assembly polls.[why omar abdulla lost]
NC लीडर ने हाल ही बताया है की वह खुद को ऐसी स्तिथि मैं नहीं देख सकते जहा उन्हें अपने चपरासी की नियुक्ति के लिय एलजी से पूछना पड़े | वह एलजी के वेटिंग रूम के बाहर नहीं बैठे और वह कहते है की वह उनसे कहेंगे की सर कृपया फाइल पर हस्ताक्षर करें |NC लीडर ने हाल ही बताया है की वह खुद को ऐसी स्तिथि मैं नहीं देख सकते जहा उन्हें अपने चपरासी की नियुक्ति के लिय एलजी से पूछना पड़े | वह एलजी के वेटिंग रूम के बाहर नहीं बैठे और वह कहते है की वह उनसे कहेंगे की सर कृपया फाइल पर हस्ताक्षर करें |
चूंकि 2019 में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया गया था नेशनल कांफ्रेंस [ANC] ke उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्लाह ने लगातार कहा है की वह कभी भी विधान सभा चुनाव नही लड़ेंगे | हालांकि लोकसभा चुनाव मैं अपनी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद टाई अपने पीते और पार्टी सहियोगियो के दबाव के कारण वह पूर्ण विचार कर रहे है|
जुलाई 2020 मैं अनुच्छेद 370 के निरथ होने के बाद अपने पहले साक्षात्कार मैं उमर ने बताया है की वह कभी भी केंद्र शासित परदेश के विधान सभा के सदस्य नहीं होंगे जम्मू और कश्मीर के|
“इस समय, आपके पास एक अशक्त विधान सभा है | यही कारण है की मैने फिर से कहा देखिए, में जम्मू कश्मीर विधान सभा का हिस्सा रहा हु और इसे व्यवहार करूंग की कुछ नहीं बदला है | जब तक जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश रहेगा मैं कभीभी सकी विधानसभा का सदस्य नहीं बनुगा| उम्मीद है, जब जम्मू कश्मीर को प्रदेश का दर्ज दिया जाएगा तो हम जोकुच हुआ है उस पर नज़र डालना शुरू कर सकते है और देख सकते है की हमारे लिए कोन कोन से विकल्प मौजूद है, उमर नई उस समय
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्य मंत्री ने फिर से जोर दिया की वह चुनाव नही लड़ेंगे |”नही” मैं चुनाव नही लड़ रहा हू मैने इससे बिल्कुल सपष्ट कर दिया है मैं एक राज्य का सीएम हु [एक बार] सबसे सशक्त राज्य का सीएम | मैं खुद को उस स्तिथि मैं नही देख सकता जा मुझे अपने चपरासी की नियुक्ति के लिए एलजी से पूछना पड़े | यह इतना सरल है मैं एलजी के वेटिंग रूम के भार नही बैठूंगा और उनसे कहूंगा सिर कृपया फाइल का हस्ताक्षर करें अमर ने कहा |
शुक्र वार को चुनाव आयेगी [IC] ने घोषणा की कि जम्मू कश्मीर मैं पहला 18 सितंबर से तीन चरणों मैं होंगे NC नेता ने घोषणा की कि वह “अंदर से दवाब” के बीच पुनर्विचार कर रहे है | “पार्टी”|
पूर्व CM ने से पत्रकारों कहा की वह अपने पिता और NC अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पार्टी से कहा की वह अपने पिता और NC अध्यक्ष के साथ चर्चा के बाद जल्द ही फेसला लेंगे | उन्होंने कहा,”जहा तक मेरे चुनाव लडने का सवाल है तो मेरा अब भी माना है की मैं अब भी चुनाव नही लड़ना चाहता | लेकिन तथ्य यह है की पार्टी के भीतर से बहुत दबाव है मैं पार्टी मैं अपने सहयोगियों के साथ बैठूंगा उनसे बात करूंगा फिर दो या तीन दिन मैं किसी निर्णय पर पहुंचूंगा | उमर नई कहा |`
NC उपाध्यक्ष ने कहा की उनके पिता इस बात पर जोर देते थे की वह चुनाव लडे | उमर ने कहा,”मेरे लिए एक समस्या है |” “मेरे पीते जी, जो बूढ़े है और उनकी तबियत ठीक नहीं है, ने कहा है की अगर मैं चुनाव नही लडूंगा, तो उन्हे मैदान में उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा |यह मेरे लिए चिंता का विषय है | मैं अपनी पार्टी के सहयोगियों से बात करूंगा, फारूक साहब से चर्चा करूंगा और फिर किसी निर्णय पर पहुंचूंगा |
NC के भावी प्रभक्ता एक नेता ने कहा, “पार्टी के भीतर यह भावना है की उससे किसी भी स्तर पर कोई मौका नहीं चोदना चाहिए| जब हमने पंचायत और नगर निगम चुनावों का बहिष्कार करने का फेसला किया तो हमे जल्द ही एहसास हुआ की यह एक बड़ी भूल थी और हमने इन संस्थानों को सौंप दिया जो जम्मू कश्मीर को बर्बाद कर देंगे | हम इसी पुनरावृति नही चाहते , सरकार पारंपरिक नेताओ को बदलने की कड़ी मेहनत कर रही है और हमने उन्हें तब मौका दिया था | शुक्र है, वह इसका फायदा नहीं उठा सके | अगर हम रहेंगे तो नए लोग सामने आएंगे |”
NC के एक अन्य पदाधिकारी ने कहा की जहा एक वरिष्ठ नेता को सीएम पद देने की चर्चा हुई थी, वही फारूक अब्दुल्ला अपनी पार्टी पर अपनी पकड़ ढीली नही करना चाहते थे | इसमें कोई शक नही की पार्टी के नए और पुराने नेताओ के बीच मत भेद है |फारूक साहब एक नाज़ुक संतुलन बनाए हुआ है और झुंड को एक साथ रख रहे है | अगर किसी को भी प्रभार दिया गया तो अप्रत्य की पोल खुले सकती है , फारूक साहब ऐसा नहीं चाहते है की पार्टी की पोल खुल जाए , इसलिए वह इस बात पर अड़े है की उमर साहब को प्रतियोगिता मैं शामिल होना चाहिए या वो खुद इसमें शामिल होंगे, “नेता ने ऐसा कहा”
उमर हालिया लोकसभा चुनाव बारामुला से निर्दलीय उम्मीदवार इंजीनियर राशिद से हर गए थे | वह तीन बार लोक सभा सांसद है और उन्होंने गंदरबल [2008- 2014] के विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व किया है – हालांकि वह 2002 के चुनाव मैं सीट हर गए थे, जिसका प्रतिनिधित्व उनके दादा शेख अब्दुल्ला और उनके पिता ने किया था – और बीरवाह [2014 – 2019]
अखिल
why omar abdulla lost.
भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव जीए मीर ने चुनाव आयोग के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह एक लोकप्रिय सरकार के लिए जनता की आकांक्षाओं को दर्शाता है मीर ने कहा की लोग एक लोकप्रियसरकार के बनने का इंतजार कर रहे है और चुनाव की घोषणा लोगो की आकांक्षाओं को दर्शाती हैहामे पूरा विश्वास है की जम्मू कश्मीर के चुनो मैं बढ़ चढ़ कर भाग लेंगे
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी [ पीडीपी] की प्रमुख नेता और सीएम मुफ्ती की बेटी ने भी चुनाव आयोग की घोषणा का स्वागत किया iltiza ने कहा की पीडीपी चुनाव घोषणा का स्वागत करती है |
Leave a Reply